अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: एक उष्णकटिबंधीय जलवायु का स्वर्ग

Mon 14-Oct-2024,06:42 PM IST +05:30

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अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: एक उष्णकटिबंधीय जलवायु का स्वर्ग Andaman and Nicobar
  • रॉस द्वीप: यह द्वीप ब्रिटिश शासनकाल के अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है और अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

  • राधानगर बीच: यह हैवलॉक द्वीप पर स्थित है और विश्व के सुंदरतम समुद्र तटों में से एक माना जाता है।

Andaman and Nicobar Islands / Port Blair :

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक केंद्र शासित प्रदेश है। यह द्वीपसमूह बंगाल की खाड़ी में स्थित है और प्राकृतिक सुंदरता, विविध समुद्री जीवन, और समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारतीय मुख्य भूमि से लगभग 1,200 किलोमीटर दूर है।अंडमान द्वीप समूह में 300 से अधिक द्वीप शामिल हैं, जबकि निकोबार द्वीप समूह में लगभग 19 द्वीप हैं। पोर्ट ब्लेयर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी है। वातावरण की बात करें तो यहाँ की जलवायु उष्णकटिबंधीय है। साल भर तापमान 23°C से 30°C के बीच रहता है। मॉनसून (मई से अक्टूबर) के दौरान भारी बारिश होती है।

इन द्वीपों का इतिहास बहुत पुराना है और यहाँ पर आदिवासी समुदायों की मौजूदगी सदियों से रही है। ब्रिटिश काल यानि कि1789 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहाँ एक पेनल कॉलोनी स्थापित की थी। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद, बहुत से भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को यहाँ काले पानी की सजा दी गई। स्वतंत्रता के बाद सन 1950 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारतीय संघ का हिस्सा बना और 1956 में इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कई आदिवासी समुदाय रहते हैं, जैसे कि अंडमानी, ओंगे, जारवा, और शोंपेन। ये समुदाय अपने विशिष्ट जीवन शैली और परंपराओं के लिए जाने जाते हैं। वहीं भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी और बंगाली यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं। आदिवासी समुदाय अपनी अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं। धर्मों में हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, और इस्लाम यहाँ के प्रमुख धर्म हैं। आदिवासी समुदाय अपने पारंपरिक धार्मिक विश्वासों का पालन करते हैं।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, मछली पकड़ने, और कृषि पर आधारित है। नारियल, सुपारी, और मसाले यहाँ की प्रमुख कृषि उत्पाद हैं। पर्यटन यहाँ की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का बड़ा स्रोत है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य पर्यटन स्थल

सेल्यूलर जेल: पोर्ट ब्लेयर में स्थित यह ऐतिहासिक जेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का प्रतीक है।

राधानगर बीच: यह हैवलॉक द्वीप पर स्थित है और विश्व के सुंदरतम समुद्र तटों में से एक माना जाता है।

रॉस द्वीप: यह द्वीप ब्रिटिश शासनकाल के अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है और अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क: यह पार्क चिड़िया टापू के पास स्थित है और समुद्री जीवन और प्रवाल भित्तियों के संरक्षण के लिए जाना जाता है।

नील द्वीप: यह द्वीप अपने सफेद रेत के समुद्र तटों और प्रवाल भित्तियों के लिए प्रसिद्ध है।

कैसे पहुंचेअंडमान और निकोबार द्वीप समूह

वायु मार्ग: पोर्ट ब्लेयर का वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहाँ आप किसी भी प्रमुख शहराह से फ्लाइट लेकर सीधे पहुँच सकते हैं।

समुद्री मार्ग: पोर्ट ब्लेयर के लिए चेन्नई, कोलकाता और विशाखापट्टनम से नियमित जहाज सेवा उपलब्ध है। यानि समुद्र के रास्ते भी आप यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं।

स्थानीय परिवहन: द्वीपों के बीच यात्रा के लिए नावें और फेरी सेवाएँ उपलब्ध हैं। स्थानीय स्तर पर टैक्सी, ऑटो रिक्शा, और बसें भी चलती हैं। यह भी स्थानीय यात्रा का एक बेहतरीन विकल्प है।

अंडमान घूमने के लिए सहीं समय

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह घूमने का सही समय अक्टूबर से मई के बीच है। इस समय मौसम सुहावना और यात्रा के लिए अनुकूल होता है। यहाँ विभिन्न मौसमों में आप अपनी सुविधा के अनुसार घूम सकते हैं। जैसे-

अक्टूबर से मई (सर्दी और वसंत)

अक्टूबर से फरवरी: यह समय सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि मौसम ठंडा और सुखद रहता है। तापमान 20°C से 30°C के बीच रहता है। इस समय आप आराम से समुद्र तटों, जल क्रीड़ाओं और अन्य बाहरी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

मार्च से मई: इस दौरान भी मौसम अच्छा रहता है, तापमान 25°C से 35°C के बीच होता है। हल्की गर्मी होती है, लेकिन यह यात्रा के लिए अनुकूल होता है।

जून से सितंबर (मानसून)

जून से सितंबर: यह समय मॉनसून का होता है। भारी बारिश के कारण यात्रा करना कठिन हो सकता है। समुद्री गतिविधियाँ और द्वीपों के बीच की यात्रा भी बाधित हो सकती है। हालांकि, इस समय प्रकृति अपने सबसे हरे-भरे और ताजगी से भरे स्वरूप में होती है, जिससे कुछ पर्यटक इसे पसंद कर सकते हैं।

अक्टूबर से फरवरी के समय को पीक सीजन माना जाता है, इसलिए होटल और यात्रा व्यवस्थाओं को पहले से बुक करना बेहतर होता है।मार्च से मईमें भीड़ थोड़ी कम होती है, इसलिए अधिक शांतिपूर्ण अनुभव का आनंद लिया जा सकता है। जून से सितंबर में यदि आप यात्रा करने का निर्णय लेते हैं, तो यात्रा योजनाओं में लचीलापन रखें और मौसम की स्थितियों के अनुसार अपनी यात्रा को समायोजित करें।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक्टिविटी और आकर्षण

डाइविंग और स्नॉर्कलिंग: अंडमान में समुद्री जीवन और प्रवाल भित्तियों का आनंद लेने के लिए यह समय सबसे अच्छा है।

समुद्र तटों की सैर: राधानगर बीच, नील द्वीप, और हैवलॉक द्वीप जैसी जगहें आराम करने और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आदर्श हैं।

ऐतिहासिक स्थल: सेल्यूलर जेल और रॉस द्वीप जैसे स्थानों पर जाकर आप द्वीप के ऐतिहासिक महत्व को गहराई से समझ सकते हैं।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक अद्वितीय यात्रा गंतव्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। कुलमिला कर अक्टूबर से मई के बीच का समय अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की यात्रा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और सभी पर्यटन गतिविधियाँ उपलब्ध होती हैं। इस समय मौसम सुखद यात्रा के लिए अनुकूल होता है।

विशेष नोट:अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में रहने वाले लोग पर्यावरण संरक्षण और साफ-सफाई को विशेष महत्व देते हैं। द्वीपों की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता को संरक्षित रखने के लिए पर्यटकों को जिम्मेदार व्यवहार करना चाहिए, जैसे कि प्लास्टिक का उपयोग कम करना और कचरा न फैलाना।